पथरी क्यों
होता है बचने के उपाय
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किडनी स्टोन की
समस्या
: किडनी स्टोन
यानी गुर्दे की पथरी होना बहुत पीड़ादायक होता है। हाल ही में एक शोध में पाया गया
है कि यह समस्या बहुत आम हो गई है। डॉक्टर पथरी की जांच के लिए पहले सी.टी स्कैन
का इस्तेमाल करते थे लेकिन टैक्नॉलजी के साथ-साथ इसकी जांच करना काफी आसान हो गया।
 गुर्दे की
पथरी की समस्या
 किसी को भी हो सकती हैं। आमतौर पर 20 पुरूषों में
से
3 और 20 महिलाओं में से 2 को पथरी की
समस्या होती है। अधिकतर इनकी उम्र
30-60 वर्ष के बीच
होती है।

 
गुर्दे की पथरी
के लक्षण

मैडिकल भाषा में गुर्दे की पथरी की बैफ्रोलिथिओसिस कहा जाता है। इस
समस्या से पीड़ित व्यक्ति को असहनीय दर्द होता है। थोड़ी पथरियां जांच में नहीं और
यूरिन के रास्ते बाहर निकल जाती है। पथरी पेशाब में बाधा पैदी करती है। अगर आप
इससे पीड़ित हैं तो आपके पेट या पेट और जांघ के बीच के हिस्से में दर्द होता है।
इसके कारण कई बार आपको यूरिनरी टैक्स इंफैक्शन भी हो सकती है। जिनमें पहले से
गुर्दे की पथरी हो उन्हें
5 वर्ष के बाद फिर से पथरी हो सकती है।


पीठ के निचले हिस्से या पेट और जांघों के बीच दर्द, पुरूषों के
अंडकोश में दर्द

पीठ या पेट के एक तरह लगातार असहनीय दर्द होना
बेआरामी महसूस होना
उबकाई आना
अधिक पेशाब करने की जरूरत
पेशाब करते समय दर्द होना
पेशाब में खून आना
 
गर्दे की पथरी के कारण
खून में बेकार तत्व अक्सर क्रिस्टल्स का निर्माण करते हैं, जो गुर्दे के
अंदर इकट्ठे हो जाते हैं। धीरे-धीरे यही क्रिस्टल्स सख्त पत्थर जैसी गुठलियां बन
जाती हैं। अगर आप अधिक तरल नहीं पीते तो ऐसा होना आम बात है। अगर आप किसी तरह की
दवाएं ले रहे हैं तो उससे भी गुर्दे की पथरी का खतरा बढ़ जाता है। अपनी डाइट मे
बदलाव करके आप इसके खतरे को काफी हद तक कम कर सकते हैं। लगभग
90 प्रतिशत
गुर्दे की पथरी की समस्या गलत खान-पान के कारण होती है।
आपको इसका खतरा है अगर…
1.
आप अधिक प्रोटीन युक्त कम फाइबर वाली डाइट का सेवन करते हैं।
2.
आपके परिवार में किडनी स्टोन की फैमिली हिस्ट्री हो।
3.
आपको गुर्दे या पेशाब की नली में संक्रमण (यूरिन इंफेक्शन) होने
पर।

 
कैसे पाएं छुटकारा
छोटी पथरियां तो यूरिन के रास्ते निकल जाती है लेकिन बड़ी पथरियों
को तोड़ने की जरूरत होती है। इसके लिए डॉक्टर अल्ट्रासाउंड या लेजर का इस्तेमाल
करते हैं लेकिन कई पथरियों को निकालने के  लिए आप्रेशन की जरूरत नहीं पड़ती।

 
सही आहार जरूरी
अगर आपको किडनी स्टोन की प्रॉब्लम कैल्शियम के अधिक सेवन से हुई है
तो आपको अपनी डाइट में से नमक या ओक्सालिक एसिड कम करने की जरूरत है। ये कैल्शियम
को शरीर में शोषित होने से रोकते हैं। इसलिए
 हरा प्याज, चुकंदर, बेरीज, अजवायन, एस्पैरागस, बादाम, मूंगफली, मछली, काजू और सोया
उत्पाद का सेवन कम करें। क्योंकि इनमें ओक्सालिक एसिड अधिक मात्रा में होता है
, जोकि किडनी
स्टोन का कारण बनता है।
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