जून
2019 में बिहार के मुजफ्फरपुर जिले तथा आसपास के अन्य जिलों में चमकी (तीव्र
एन्सेफलाइटिस सिंड्रोम) का प्रकोप हुआ
, जिसके
परिणामस्वरूप सौ से अधिक बच्चे मारे गए।
 यह एक तरह का दिमागी बुखार है जो छोटे बच्चों को प्रभावित कर रहा है।
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चमकी बुखार का कारण

  • दिमागी बुखार
  • कुपोषण
  • एक्यूट इंसेफलाइटिस वायरस
  • बैक्टीरिया या परजीवी
  • जीका वायरस भी कारण हो सकता है।

चमकी बुखार के लक्षण

  • अत्यधिक बुखार आना
  • उलटी हो जाना
  • सिर में दर्द का अनुभव होना
  • प्रकाश से चिड़चिड़ापन
  • भ्रम होना
  • गर्दन एवं पीठ में दर्द होना
  • व्यवहार में परिवर्तन होना
  • बोलने एवं सुनने में परेशानी आना
  • बुरे सपने आना
  • सुस्तीपन

चमकी बुखार का इलाज

  • चमकी बुखार से पीड़ित बच्चो को बिना किसी देरी
    के फौरन अस्पताल में उपचार

    करवाना शुरू कर देना चाहिए। जिससे आईसीयू
    में बच्चे का उपचार हो सके।
  • चिकिस्तक बच्चे के मस्तिष्क की सूजन को
    देखते है। अपनी देख -रेख में

    उपचार करते है। इसके अलावा चिकिस्तक
    पीड़ित बच्चे की ड प्रेशर
    , हर्ट रेट, श्वास की
    जांच भी कर सकते है।
  • यदि बच्चे के शरीर में पानी की कमी है। तो
    चिकिस्तक ओआरएस का घोल पिलाने की सलाह देंगे। स्वास्थ्य की जानकारी प्राप्त
    करें
  • कुछ इंसेफलाइटिस का इलाज एंटीवायरल ड्रग्स
    से किया जा सकता है।
  • यदि बच्चे को अधिक बुखार है। तो बच्चे के
    पुरे शरीर पर ताजा पानी रखने की सलाह देते है।
  • अगर बच्चा बेहोश हो रहा है। तो उस बच्चे
    को हवादार कमरे या जगह पर रखे।
  • बिना चिकत्सक के सुझाव के बगर कोई भी उपचार व तरीका न
    अपनाये
  • फ़ौरन अपने नजदीकी जिला अस्पताल या सामुदिक स्वास्थ्य
    केंद्र ले जाये |
  • अपने बच्चों को
    नियमित टीकाकरण कराए |